मशरूम की खेती: एक लाभदायक व्यवसाय

मशरूम की खेती आज के दौर में एक उभरता हुआ कृषि व्यवसाय बन चुका है। यह एक ऐसी खेती है जिसे कम ज़मीन, कम लागत और थोड़े समय में अच्छा मुनाफ़ा देने वाला माना जाता है। मशरूम का उपयोग खाद्य पदार्थ, औषधीय उत्पादों और कई पोषक तत्वों के रूप में किया जाता है। भारत में मुख्य रूप से बटन मशरूम, ऑयस्टर मशरूम और मिल्की मशरूम की खेती की जाती है। इस लेख में हम मशरूम की खेती की प्रक्रिया, इनपुट लागत और इससे होने वाले लाभों पर विस्तृत चर्चा करेंगे।

2/2/20251 min read

a bunch of mushrooms that are on the ground
a bunch of mushrooms that are on the ground

मशरूम की खेती कैसे करें?

  1. सही जलवायु और स्थान का चयन मशरूम की खेती के लिए तापमान और आर्द्रता का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी होता है। बटन मशरूम के लिए 15-22°C तापमान और 80-90% नमी आवश्यक होती है। ऑयस्टर मशरूम 20-30°C पर भी बढ़ सकता है।

  2. बीज (स्पॉन) की खरीद और तैयार करना मशरूम उगाने के लिए स्पॉन (बीज) की ज़रूरत होती है। इसे बाजार से खरीदा जा सकता है या स्वयं तैयार किया जा सकता है। उच्च गुणवत्ता वाले स्पॉन का चयन ही अच्छी पैदावार की गारंटी देता है।

  3. मीडिया (सब्सट्रेट) की तैयारी मशरूम की खेती के लिए गेहूं का भूसा, धान का पुआल, लकड़ी का बुरादा, कॉफी वेस्ट आदि का उपयोग किया जाता है। इन पदार्थों को पानी में भिगोकर पाश्चराइज किया जाता है ताकि हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट हो जाएं।

  4. स्पॉनिंग (बीजारोपण) और इनक्यूबेशन पाश्चराइज किए गए सब्सट्रेट में स्पॉन मिलाया जाता है और इसे अंधेरे तथा नियंत्रित वातावरण में 15-20 दिनों के लिए छोड़ दिया जाता है। इस दौरान मशरूम का माइसीलियम पूरे सब्सट्रेट में फैल जाता है।

  5. फ्रूटिंग (मशरूम उगाना) जब सब्सट्रेट में मशरूम का माइसीलियम फैल जाता है तो तापमान, आर्द्रता और वायु संचार नियंत्रित करके मशरूम की ग्रोथ को बढ़ाया जाता है। इसके लिए 10-15 दिनों का समय लगता है।

  6. कटाई और विपणन मशरूम पूरी तरह से विकसित हो जाने के बाद इसे सावधानीपूर्वक काटा जाता है। इसे ताजा, सुखाकर या अन्य खाद्य उत्पादों में परिवर्तित करके बाजार में बेचा जा सकता है।

इनपुट लागत

  • स्पॉन (बीज): ₹50-₹100 प्रति किग्रा

  • सब्सट्रेट (भूसा, पुआल आदि): ₹5-₹10 प्रति किग्रा

  • पॉलीथिन बैग्स: ₹2-₹5 प्रति बैग

  • भवन और उपकरण: ₹20,000 - ₹50,000 (छोटी इकाई के लिए)

  • श्रम और अन्य खर्चे: ₹10,000 - ₹20,000 प्रति माह

कुल मिलाकर, एक छोटी यूनिट शुरू करने के लिए लगभग ₹30,000 - ₹1,00,000 का निवेश आवश्यक होता है।

लाभ

  • उच्च बाजार मूल्य: ताजा बटन मशरूम ₹100-₹200 प्रति किग्रा बिकता है।

  • तेजी से उत्पादन: 45-60 दिनों में फसल तैयार हो जाती है।

  • अल्प भूमि की आवश्यकता: इसे कमरे, शेड या ग्रीनहाउस में उगाया जा सकता है।

  • अच्छा मुनाफ़ा: सही प्रबंधन से प्रति माह ₹30,000 - ₹1,00,000 तक की कमाई संभव है।

निष्कर्ष

मशरूम की खेती एक अच्छा व्यावसायिक विकल्प है जिसमें कम निवेश और अधिक मुनाफ़े की संभावना है। उचित तकनीक, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और सही विपणन रणनीति अपनाकर किसान और उद्यमी इस क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।